मोदी की गारंटियां या कांग्रेस के न्याय, जानिए दोनों पत्रों की खास बातें

मोदी की गारंटियां या कांग्रेस के न्याय, जानिए दोनों पत्रों की खास बातें

जिला संवाददाता रामखिलावन यादव कमरीद 

 जांजगीर चांपा लोकसभा चुनाव के नजदीक आते हुए, भाजपा और कांग्रेस ने अपने चुनावी घोषणापत्रों को जारी किया है। इन घोषणाओं में दोनों ही पार्टियों ने अपने-अपने मुख्य वादों को साझा किया है, जो जनता के लिए महत्वपूर्ण हैं। यहां हम दोनों ही पार्टियों के चुनावी घोषणापत्रों का विश्लेषण करेंगे, जिससे जनता को सही निर्णय लेने में सहायता मिले।

भाजपा का संकल्प पत्र: विकास और समृद्धि की दिशा में

मुफ्त बिजली और राशन: भाजपा ने फ्री बिजली और पांच साल तक मुफ्त राशन की व्यवस्था जारी रखने का वादा किया है।

आवास योजना: 3 करोड़ नए आवास की योजना बनाने का ऐलान किया गया है।

मुद्रा योजना: मुद्रा योजना की सीमा को 10 लाख से 20 लाख रुपए तक बढ़ाने का वादा किया गया है।

समान नागरिक संहिता: समान नागरिक संहिता लागू करने का वादा किया गया है।

भ्रष्टाचार पर कार्रवाई: भ्रष्टाचारियों पर सख्त कार्रवाई जारी रखने का वादा किया गया है।

कांग्रेस का न्याय पत्र: समाजवाद और समानता की दिशा में

रिजर्वेशन को बढ़ावा: आरक्षण की सीमा को खत्म कर रिजर्वेशन कोटा बढ़ाने का वादा किया गया है।

महिलाओं के लिए आरक्षण: सरकारी नौकरियों में महिलाओं के लिए 50% तक आरक्षण का ऐलान किया गया है।

न्यूनतम मजदूरी का वृद्धि: न्यूनतम मजदूरी को 400 रुपये प्रतिदिन बढ़ाने का वादा किया गया है।

किसानों के लिए कानून: यदि सत्ता में आई तो किसानों के लिए एमएसपी कानून बनाया जाएगा।

न्याय का वादा: 10 न्यायों के वादे किए गए हैं, जिनमें हिस्सेदारी न्याय, युवा न्याय, नारी न्याय, किसान न्याय और रक्षा न्याय शामिल हैं।

फिर से चुनौती देने के लिए तैयार

ये घोषणापत्र सिर्फ एक आम चुनाव से नहीं, बल्कि देश के भविष्य के लिए भी महत्वपूर्ण हैं। जनता अपने अधिकारों के लिए निर्णय करने के लिए इन वादों को ध्यानपूर्वक समझेगी, ताकि वह सही चुनाव कर सके। चुनावी घोषणाओं के माध्यम से, भारतीय जनता फिर से अपने नेताओं से विकास और समृद्धि की दिशा में चुनौती देने के लिए तैयार है।