झरना देवी ,मानव सेवा संस्थान एवम न्यू छत्तीस गढ़ स्कूल शांति निकेतन संस्थान द्वारॉ हिंदू नव वर्ष मनाया गया।

झरना देवी ,मानव सेवा संस्थान एवम न्यू छत्तीस गढ़ स्कूल शांति निकेतन संस्थान द्वारॉ हिंदू नव वर्ष मनाया गया।

संवाददाता राजू पाल 

हथबंद: ग्राम पंचायत हथबंद में कल नव वर्ष की स्वागत पर लोगों को जागरूता के लिए।बाल संस्कार संस्थान,की नीव रखते हुए प्रतीक के रूप में , बालिको के द्वारा राम आयेंगे के धुन में सुंदर नृत्य करा करके हिंदू नव वर्ष प्रतिपदा की आयोजन में दीप प्रज्वलित कर भविष्य में हिंदू सभ्यता को बचाए रखने की बात का संबोधन किया ।साथ ही एक दूसरे को नव वर्ष की बधाई दी।

ग्राम हथबंद की झरना देवी मानव सेवा संस्था से एवम न्यू छः ग : ,शांति निकेतन संस्थान स्कूल के संस्थाप एवम ग्रामीणों ने हर साल की भाती इस वर्ष भी चैत शुक्ल प्रतिपदा में हिंदू नव वर्ष को विगत 08 वर्ष से मनाते आ रहे है ,जिसमे नव वर्ष की आज विक्रम संवत 2081 वा वर्ष की जानकारी दी ।जिसमे अंग्रेजी हुकूमत के चलते एवम धर्म परिवर्तन की तहत हिंदू धर्म की पहचान को, उनके सनातन संस्कृति की पहचान को, मिटाने की कोशिश कर अंग्रेजी कलेंडर से नया वर्ष का प्रचार प्रसार किया गया ,और उसे मानने मन्नाने की आदत डालने में कोई कश र नही छोड़ी गई और हम आज तक मनाते आ रहे है,,जिसका प्रभाव से हमारे बच्चे उन्नति से अवनति की ओर अग्रसित हो रहे हैं ।हमारे पूर्वजों ने आदि अनादि कालो से विख्यात काल खंडों की गड़ना से मनाते आ रहे ,चैत शुक्ल प्रतिपदा तिथि को आज भूल बैठे है,जिसे आज की नई पीढी को बताना जरूरी है,।

वही उपस्थिति मुख्य अतिथियों में भारतीय हिंदू जागरण समिति से पहुंचे जिला प्रचारक विवेकानंद जी , सांसद प्रतिनिधी आनंद यादव , आत्मनद विद्यालय से सी के नायक ,योगेश त्रिवेदी,सभी अतिथियों के द्वारा हुंकार भरी स्वर में हिंदू जागने की बात रखते हुए,आज की नया वर्ष से हमारे पूर्वजों एवम सनातनी हिंदू धर्म की पहचान की नया वर्ष का आरंभ तब से जब से सृष्टि का निर्माण ब्रम्हा जी के द्वारा किया गया,था।जब पृथ्वी सूर्य की परिक्रमा कर अपना चक्कर पुर्ण करती है,तब हिंदू नव वर्ष की गड़ना में एक वर्ष होती है,जिससे ऋतुएं में भी परिवर्तन देखा जा सकता है, जब किसी की श्राद,किया जाता है,तो हमारे हिंदू तिथि के द्वारा ही किया,जाता है,जब साहूकार अपना वर्ष की सूचक करता है,तो ,हिंदू नव वर्ष से,करता है,प्रकृति अपना रूप बदल कर मौसम सुहाना कर एक बदलाव लाता है,

जिससे सभी के विचार धारा सात्विक होता है।कहे तो प्रकृति का बदलाव नया वर्ष की सूचक प्रदान करती है।वही चर्चा में प्रमुख रूप से झरना देवी सेवा संस्थान से उत्तमकुमार विश्वास, ने बाल संस्कार स्कूल खोलने की बात रखते हुए बालक बालिकाओं को जुड़ने एवम जोड़ने की आवश्यक बताया जिससे समाज का कल्याण एवम आने वाले नई युवा वर्ग में संस्कार का भाव दिखाई दे ,विशेष सहयोग कार्यक्रम को सफल बनने में युवावर्ग में , भावेश ,खिलेंद्र निषाद कृष्ण मोहन ठाकुर ,रत्न निषाद, न्यू छतीशगढ़ स्कूल शांति निकेतन बाल संस्कार के सदस्य अखिलेश्वरी शुक्ला चोवाराम वर्मा ,संदीप शुक्ला,किशन दा स वैष्णव, प्रीतम यादव,संतोष,ठाकुर खुबीराम देवगन,राजेश मिश्रा,, ने विचार व्यक्त किया ,जिसमे हथबंद ग्राम के लोगो की विषेष उपस्तिथि सहयोग रहा,