प्राकृतिक चिकित्सा के तहत बहुत रियायती दरों में फूट थेरेपी से लाभान्वित हो रहे हैं पीड़ित,, मरीज का जागरूकता और जिज्ञासा फूट थेरेपी को बना रहा सफल

प्राकृतिक चिकित्सा के तहत बहुत रियायती दरों में फूट थेरेपी से लाभान्वित हो रहे हैं पीड़ित,,  मरीज का जागरूकता और जिज्ञासा फूट थेरेपी को बना रहा सफल

संवाददाता हरी देवांगन

जिला उप मुख्यालय चांपा,, शरीर के नए पुराने साधारण से लेकर असाध्याय शारीरिक तकलीफों का यदि बिना दवाओ के राहत मिलने लगे तो सुनने और समझने वाला खुद ही प्राकृतिक चिकित्सा पद्धति की ओर दौड़ा चला जाता है, और ऐसा ही कुछ हो रहा है चांपा नगर के वार्ड नंबर 1 कचरा गोदाम के पास संचालित फुट थेरेपी सेंटर में जहां जांजगीर चांपा ही नहीं बल्कि आसपास के सैकड़ो ग्रामीण क्षेत्रों से परिजन एवं मरीज लगातार पहुंच रहे हैं, यहां बताते चले की इस फूट थेरेपी सेंटर में₹50 जैसे न्यूनतम सेवा शुल्क लेकर मरीज को लाभान्वित करने का अभिनव प्रयास किया जा रहा है

,इस दौरान मरीज को गोल घूमने वाला अष्टधातु से निर्मित तवे के ऊपर अपना पैर के तलवों को रखते ही एक सुखद एहसास होने लगता है और मरीज प्रथम दिवस से ही शरीर में हो रहे विभिन्न प्रकार के शारीरिक कस्टो से राहत महसूस करता है, उल्लेखनीय है कि हम अपने शारीरिक समस्याओं से निजात पाने के लिए चिकित्सक के पास जाते हैं और चिकित्सक विभिन्न प्रकार के दवाओ के माध्यम से इलाज का प्रयास किया जाता है, लेकिन इन्हीं दवाओ के चलते हमारे शरीर पर अनेकों प्रकार से दुष्परिणाम उभरने से हमें और भी अधिक कई शारीरिक परेशानियों से गुजरना पड़ता है, और यह सिलसिला कभी खत्म होने का नाम नहीं लेता, इन्हीं समस्याओं को प्राकृतिक चिकित्सा के तहत अष्टधातु से निर्मित फूट थेरेपी लेकर दूर करने का एक प्राकृतिक चिकित्सा पद्धति है जिसमें किसी भी प्रकार के दवाओ के प्रयोग किए

बिना शारीरिक कस्टो से राहत मिलने लगता है,अनेक मरीज एवं उनके परिजनों ने बताया कि घुटनों तथा एड़ियों का दर्द,कमर का असहनीय दर्द शरीर, अनावश्यक चर्बी, मांसपेशियों का अकड़न, अत्यधिक वजन का बढ़ना, आंखों का धुंधलापन,अनिद्रा,अनियंत्रित ब्लड प्रेशर, मधुमेह, मानसिक तनाव चिड़चिड़ापन जैसे तमाम शारीरिक कस्टो कोदूर करने में इस चिकित्सा पद्धति का बड़ा महत्व देखने को मिल रहा है इन्हीं कर्म से मरीज दूर दराज ग्रामीण क्षेत्र से लगातार इस थेरेपी सेंटर में पहुंच रहे हैं,इस थेरेपी का सबसे खास बात यह है कि शरीर में जमे हुए सालों पुराने विषैला पदार्थ (टॉक्सिन )को बड़ी आसानी से बाहर निकाला जा सकता है जिसके चलते मरीजों को आशातीत फायदा मिल रहा है,,,।