पीएम मोदी वीआईपी कल्चर खत्म करने के अपने आह्वान और प्रयास को आगे बढ़ाते नजर आ रहे हैं।

पीएम मोदी वीआईपी कल्चर खत्म करने के अपने आह्वान और प्रयास को आगे बढ़ाते नजर आ रहे हैं।

जिला संवादाता राम खिलावन यादव

हमेशा से ही वीआईपी कल्चर के खिलाफ रहे हैं। कई मौकों पर पीएम मोदी आम व्यक्ति की तरह मेट्रो में सफर करते हुए या फिर सड़कों पर जरूरतमंदों के लिए अपना काफिला रोककर, पहले उन्हें जाने देते हैं। दरअसल, ‘मोदी भरोसा’ नाम के एक्स अकाउंट पर एक वीडियो शेयर किया गया है। जिसमें पीएम मोदी वीआईपी कल्चर खत्म करने के अपने आह्वान और प्रयास को आगे बढ़ाते नजर आ रहे हैं।

परंतु पाच साल के सत्ता वनवास के बाद, प्रदेश में भाजपा सरकार बनते ही, प्रदेश में भाजपा का वीआईपी कल्चर आपने चरम पर दिख रहा है।

और यह सब जानता को दिखने लगा।

प्रधान मंत्री मोदी की आम सभा में यह वीआईपी कल्चर खुलकर सामने आया। प्रधानमंत्री मोदी की आम सभा सक्ति जिले के जेठा में आयोजीत की गई थीं जिसमे जांजगीर — चांपा , कोरबा, रायगढ़ लोक सभा के दूर दराज आंचल से आए थे। परंतु वीआईपी पास धारक की संख्या इतनी थी कि उन्हे सभा स्थल में प्रवेश तक नहीं मिला। सभा स्थल की व्यवस्था लोक सभा भाजपा की थी। और यहां इतनी अधिक मात्रा में वीआईपी पास जारी किया गया था। की आम जनता को प्रवेश तक नहीं मिला।

ऐसे में आम जनता भी यह महसूस करने लगी की भारतीय जनता पार्टी में मोदी भले ही वीआईपी कल्चर खत्म करना चाहती हो पर प्रदेश भाजपा मे वीआईपी कल्चर जोरो पर है।

ऐसे मे क्या मोदी के नाम पर सत्ता पाने वाली भाजपा मोदी के नाम को सत्ता पाने का एक साधन तो मानती है पर उनके सिद्धांतो को तिलांजलि दे रही है |

इस सम्बन्ध मे भाजपा प्रवक्ता और मिडिया प्रभारी से संपर्क करमे की कोशिश की तो उनसे संपर्क नहीं हो पाया |