शांति कुंज परिसर में एक भव्य शिव मंदिर का निर्माण

शांति कुंज परिसर में एक भव्य शिव मंदिर का निर्माण

संवाददाता - लोकनाथ साहू / मनमोहन

जांजगीर चांपा (शक्ति): ग्राम पंचायत पोड़ी शंकर के समीप बेलकर्री घाट सोननदी के तट पर अमृतसर से पधारे संत श्री मनमोहन हरि जी के द्वारा शिवपरमेश्वर धाम शांति कुंज परिसर में एक भव्य शिव मंदिर का निर्माण कराया जा रहा है , सोननदी के समीप कल कल धाराओं के मध्य यह शिव मंदिर आकर्षण का केंद्र बना हुआ है।

श्रद्धालुओं का अभी से मंदिर परिसर में आना-जाना प्रारंभ हो गया है ।

 अमृतसर से शिक्षा दीक्षा प्राप्त करने के पश्चात अल्प आयु में ही बाबा परविंदर सिंह ने अपने माता-पिता जी को खो दिया बाबा जी का मन विचलित होने लगा उसके पश्चात अमृतसर में एक संत के सानिध्य में सत्संग प्राप्त कर उनकी बताएं मार्ग व मार्गदर्शन से प्रभावित होकर बाबा परविंदर सिंह श्री मनमोहन हरि जी महाराज बन गए और उनकी प्रेरणा लेकर एकांत में साधना करने का निश्चय किया ।

 अमृतसर से नागपुर चेंबूर चले गए किंतु शहर की कोलाहल भीड़भाड़ उनको रास नहीं आई वहां से चलकर बाबाजी पुरी जाने के लिए निकल पड़े पर कहते हैं ना ! भाग्य को कुछ और ही मंजूर था , वहां से चलने के पश्चात छत्तीसगढ़ के बिलासपुर के रेलवे स्टेशन में रुककर वहां चाय पी और चाय स्टाल वाले के कहने पर बाबाजी पुरी के लिए ट्रेन पकड़े किंतु पुरी न जाकर बाबाजी छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में ठहरे इस दरमियान एक पुराने संपर्क के माताजी से उनका वार्तालाप हुआ और मनमोहन हरि जी चांपा स्टेशन पर उतर गए और वहां से किसी एकांत स्थान की तलाश करते-करते बाबाजी बिर्रा की ओर प्रस्थान किए जहां स्थानीय लोगों से संपर्क करतें हुए एक दिन पदयात्रा करते-करते सोन नदी के तट बेलकर्री धाम के समीप पहुंचे वहां की सुंदर दृश्य ने उनका मन मोह लिया , बाबा जी ने निश्चय किया कि मुझे आज से यही साधना करना है ।

लगातार बरसात हो रही थी बाबा मनमोहन हरि जी कुछ तिरपाल की मदद से एक छोटा सा कुटिया निर्माण किया और निरंतर वहां साधना करने लगे पर इस बीच ग्राम के कुछ सामाजिक लोग उन्हें परेशान करते थे उनकी साधना भंग करने की कोशिश करते थे यहां तक की पुलिस प्रशासन के कुछ अधिकारी भी बाबा जी को बारंबार परेशान करते थे यह कहते हुए कि बाबा जी यहां के उपद्रवी लोग मारपीट करेंगे आपकी प्राण भी जा सकती है ऐसा कहके पुलिसों द्वारा बार-बार उनको परेशान किया गया किंतु बाबा जी के प्रण के आगे सब विफल थे ,

बाबाजी आखिर तक वहां साधना करते रहे और ईश्वरीय वरदान स्वरुप स्वयं के परिचय के माध्यम से धन संग्रह करके एक भव्य मंदिर बनाने का स्वप्न व लक्ष्य रखा निरंतर कार्य करते-करते और साधना में लीन मनमोहन हरि जी का लक्ष्य समीप है और स्वप्न पूर्ण होने जा रहा है ग्राम पंचायत व स्थानीय लोगों की निरंतर सहयोग से शांतिकुंज के परिसर में शिव परमेश्वर धाम अपनी भव्यता का परचम लहरा रहा है । विभिन्न प्रकार के शिल्पकारों द्वारा अनेक देवी देवताओं की मूर्ति मंदिर के गर्भगृह व स्तंभों में उत्कीर्ण की जा रही है , आगामी माह के 16 तारीख तक बाबा जी के कथन अनुसार मंदिर का शुभारंभ होने पर जा रहा है। और उस दिन शिवस्तुति , यज्ञ हवन के साथ महाप्रसाद भंडारा का भी आयोजन मंदिर परिसर में किया जायेगा।