जिस दामाद के मर्डर केस में बंद था पूरा ससुराल परिवार ! 6 साल बाद जिंदा मिला हैरान सब

जिस दामाद के मर्डर केस में बंद था पूरा ससुराल परिवार ! 6 साल बाद जिंदा मिला हैरान सब

रांची: झारखंड के पलामू जिले में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। दरअसल, जिस दामाद की हत्या को लेकर पूरा ससुराल जेल की सजा काट रहा था, वो 6 साल बाद अपने ही साले को जिंदा मिला। दरअसल, दामाद ने अपने अपहरण और हत्या की झूठी साजिश रची और इसमें पूरे ससुराल को फंसा दिया। हालांकि, अब उसके जिंदा मिलने के बाद पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। 

सास-ससुर समेत ससुराल के 8 लोग जेल में 

झारखंड के पलामू के रहने वाले राम मिलन चौधरी उर्फ चुनिया ने 6 साल पहले अपने अपहरण और हत्या की झूठी कहानी गढ़ी। इसके बाद पुलिस ने उसके सास-ससुर सहित 8 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। दामाद की इस झूठी साजिश का शिकार न सिर्फ उसके ससुरालवाले बल्कि पत्नी भी हुई। 

6 साल पहले यूं रची थी साजिश 

पुलिस के मुताबिक, राम मिलन चौधरी उर्फ चुनिया के भाई ने 3 सितंबर, 2016 को सतबरवा के पोंची गांव में उसके ससुराल के 8 लोगों पर भाई के अपहरण और हत्या का आरोप लगाते हुए केस दर्ज करवाया था। इसके बाद पुलिस ने चुनिया की पत्नी सरिता के साथ ही सास कलावती, ससुर राधा चौधरी, साली और चाचा ससुर समेत कुल 8 लोगों को गिरफ्तार किया था। बता दें कि इनमें से एक शख्स अब भी जेल में है। 

साले ने दी पुलिस को जीजा के जिंदा होने की खबर : 

लड़की के भाई दीपक चौधरी के मुताबिक, 2009 में उसकी बहन सरिता की शादी नावा बाजार के रहने वाले चुनिया के साथ हुई थी। शादी में भरपूर पैसा और दहेज दिया गया था। हालांकि, इसके बाद भी उसके ससुराल वाले मेरी बहन को और दहेज लाने को लेकर मारपीट करते थे। दीपक के मुताबिक, मैंने खुद चुनिया को जिंदा देखा और इसकी खबर पुलिस को दी। 

दामाद ने ससुरालवालों को इसलिए फंसाया : 

इसके बाद छतरपुर पुलिस ने चुनिया को एक पुलिया के पास से गिरफ्तार कर सतबरवा पुलिस को सौंप दिया। इस मामले को लेकर पलामू के एसपी चंदन कुमार सिन्हा का कहना है कि 2016 में चुनिया की पत्नी ने 498ए (पति द्वारा दहेज प्रताड़ना) का केस दर्ज कराया था। ऐसे में इस केस से बचने के लिए उसने अपने अपहरण और मर्डर की झूठी कहानी गढ़ी।