सोने के बदले 380 करोड़ रुपये का लोन ले चुके है छत्तीसगढ़ में बहुत से लोग

सोने के बदले 380 करोड़ रुपये का लोन ले चुके है छत्तीसगढ़ में बहुत से लोग

रायपुर: छत्‍तीसगढ़ के लोगों के आड़े वक्त में उनके पास रखा सोना काम आ रहा है। वर्ष 2022 के समाप्त होने में अभी लगभग डेढ़ माह का समय बाकी है और बीते 10 महीनों में ही प्रदेश के 25 हजार लोगों ने बैंकों व फाइनेंस कंपनियों से सोने के बदले 380 करोड़ रुपये का कर्ज लिया है। बैंकों द्वारा इन दिनों कम से कम ब्याज दरों पर गोल्ड लोन उपलब्ध कराया जा रहा है। यह गोल्ड लोन वर्ष 2021 की तुलना में 30 करोड़ ज्यादा है। इस प्रकार एक व्यक्ति द्वारा औसतन डेढ़ लाख रुपये गोल्ड लोन लिया गया है

राष्ट्रीयकृत बैंकों के साथ ही निजी बैंकों द्वारा भी गोल्ड लोन पर आकर्षक आफर दिए जा रहे हैं। कुछ बैंकों ने तो गोल्ड लोन के लिए अलग से दिन निर्धारित कर दिए हैं। राष्ट्रीयकृत बैंकों में गोल्ड लोन पर ब्याज दर 7.90 से आठ प्रतिशत तक ही ली जा रही है। ब्याज दर कम होने के कारण अब दुकानों में सोने को गिरवी रखने के बजाय लोग बैंकों में रखकर लोन लेना ज्यादा पसंद कर रहे हैं।

बस पांच मिनट में ही बैंक से ग्राहकों की जेब में पैसे पहुंचते हैं। बैंक अधिकारियों का कहना है कि गोल्ड लोन के प्रति लोगों में आकर्षण बढ़ने का सबसे बड़ा कारण गोल्ड लोन की सबसे आसान प्रक्रिया और कम ब्याज दर है। यह देखा जा रहा है कि गोल्ड लोन की पूरी प्रक्रिया पांच मिनट में ही हो जाती है और उपभोक्ताओं की जेब में उनकी आवश्यकता के पैसे पहुंच जाते हंै। छत्तीसगढ़ बैंक एम्पलाइज एसोसिएशन के महामंत्री शिरीष नलगुंडवार ने कहा कि आसानी से कम से कम ब्याज दर उपलब्ध होने के कारण उपभोक्ता गोल्ड लोन काफी पसंद कर रहे हैं। बैंकों द्वारा भी इन दिनों गोल्ड लोन पर काफी फोकस किया जा रहा है।

बताया जा रहा है कि सराफा कारोबारियों के पास सोना गिरवी रखकर लोन लेना महंगा पड़ता है। कारोबारियों द्वारा हर माह एक से डेढ़ प्रतिशत ब्याज दर पर लोन उपलब्ध कराया जाता है, जो उपभोक्ताओं को काफी महंगा पड़ता है। इसके चलते उपभोक्ताओं द्वारा भी बैंकों से ही ज्यादा से ज्यादा गोल्ड लोन लिया जा रहा है।

80 प्रतिशत तक उपलब्ध हो रहा लोन

बताया जा रहा है कि सोने की कीमत का 75 से 80 प्रतिशत तक गोल्ड लोन दिया जा रहा है। उपभोक्ता गोल्ड लोन के लिए बैंक जाता है तो उसके पास रखे सोने का मूल्य देखा जाता है और उस आधार पर 75 से 80 प्रतिशत लोन स्वीकृत किया जाता है।