रेत का अवैध खनन और भंडारण कार्रवाई के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति

रेत का अवैध खनन और भंडारण कार्रवाई के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति

रिपोर्टर रोहित वर्मा 

खरोरा; जिला प्रशासन ने 15 जून से नदियों से रेत खनन और परिवहन पर प्रतिबंध लगाया है। इसके बाद भी रेत माफिया आरंग के घाट से अवैध रेत खनन और परिवहन कर है। वही मामले में संज्ञान लेने की जगह जिम्मेदार चुपचाप बैठे के हुए है। 

 इन दिनों आरंग विधानसभा के समोदा, चपरीद में धड़ल्ले से अवैध रेत खनन और परिवहन किया जा रहा है। बता दें कि माफिया प्रतिदिन 50 ट्रैक्टर रेत का खनन करते हैं। इसके लिए वे 12 से 15 ट्रैक्टर का उपयोग कर रहे है। अवैध रेत रेत को माफिया 2000 या उससे अधिक रुपए में बेच रहे हैं। साथ ही रेत का भंडारण भी किया जा रहा रहा है, • ताकि बारिश दिनों में इसे ऊंचे दामों में इसे बेक इसे बेचा जा सके। बता दें कि मामले की जानकारी ग्रामीणों ने संबंधित इसके बाद भी वे चुप्पी साधे साधे बैठे हैं और रेत माफियाओं पर पर कोई कार्रवाई नहीं कर रहे है। 

 बारिश के पहले अवैध रेत खनन और परिवहन की गतिविधियां बढ़ जाती है, क्योंकि बारिश के दिनों में रेत की उपलब्धता में कमी आती है।

मामले की शिकायत ग्रामीणों ने कलेक्टर से की

आरंग क्षेत्र में अवैध रेत खनन और परिवहन से परेशान होकर ग्रामीणों ने संयुक्त रूप से मामले की शिकायत कलेक्टर से की थी। इस दौरान ग्रामीणों ने बताया था कि मामले की शिकायत करते के भी खनिज विभाग के अधिकारी कोई कार्रवाई नहीं कर रहे है।

*अफसर व माफिया मिलकर लेरहेलाभ: ग्रामीण*

ग्राम पंचायत हरदी गोवरी और कि खनिज विभाग के अधिकारी, जनप्रतिनिधि और रेत माफिया की मिलीभगत से क्षेत्र में अवैध रेत खनन और परिवहन हो रहा है। उन्होंने आगे कहा कि क्षेत्र में रात 9 बजे से लेकर सुबह 5 बजे तक रेत का अवैध खनन किया जाता है।

*इन जगहों पर रेत का भंडारण*

रेत माफिया मस्तूरी क्षेत्र के ग्राम विभाग के अधिकारियों को दी थी। फरहदा, चपरीद, स्मोदा, गोढ़ी, मढ़ी, बुडगहन मे ट्रैक्टर के सहायता से 50 ट्रैक्टर रेत रोजाना परिवहन कर माफिया इसका भंडारण भी कर रहे है, ताकि जब रेत की कमी हो तो इसे ऊंचे दामों में बेंच सके।

बारिश के पहले रेत के दाम 7-8 हजार रूपये एक हाइवा रेत के दाम थे वहीँ दो दिनों की बारिश और वैध रेत घाट बंद होने के कारण रेत के दाम अभी 11-13 हजार रूपये प्रति हाइवा हो गया हैँ.

कार्यवाही नहीं होने से मनोबल बढ़ा

आरंग, खरोरा और तिल्दा के आस पास गावों मे रेत खेत मे डंप की जा रही है और किसीको अधिकारियो का डर भी नहीं है

*45 ट्रैक्टर जप्त की गए कार्यवाही ही रही है **

 ""खनिज इस्पेक्टर राहुल गुलाटी ने कहा रेत का परिवहन करते हुए 45 ट्रैक्टर जप्त किए गए हैं। 5 जून के बाद से नदियों से रेत खनन पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। जो लोग इसका पालन नहीं करा रहे हैं ,उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी । ""