यातायात सहित बदहाल ट्रैफिक अव्यवस्था की गरीबी झलकता है चांपा के प्रमुख चौक चौराहों में,,

चौराहों में बिना ट्रैफिक जवान के शो पीस बना ट्रैफिक सिग्नल

संवाददाता हरी देवांगन

जिला उप मुख्यालय चांपा: किसी भी जिले का कानून व्यवस्था सुचारू और व्यवस्थित यातायात पर बहुत कुछ मायने रखता है,व्यवस्थित ट्रैफिकिंग के जरिए जहां एक ओर जनता के जानो माल का हिफाज़त किया जा सकता है,वही बहुत कुछ विभिन्न प्रकार के अपराधो को नियंत्रित करने में सहायता मिलती है, बात जांजगीर चांपा जिले का तो ट्रैफिक व्यवस्था का( यातायात) क्या हाल है यह सभी जानते समझते हैं, जिला मुख्यालय जांजगीर के कुछ ही स्थान पर ट्रैफिक के जवान व्यवस्था को संभालते हुए मिलेंगे, तो वही जिला उप मुख्यालय चांपा की बात करें तो इस मामले में चांपा की गरीबी प्रमुख चौक चौराहों पर साफ देखने को मिलती है,

नगर का राष्ट्रीय राजमार्ग 49 जो कि नगर के प्रमुख स्थानों को जोड़ते हुए स्टेशन की तरफ जाता है, यह मार्ग जानलेवा कहे तो अतिशयोक्ति नहीं होगी, इसके उपरांत भी लायंस क्लब चौक सहित विश्वेश्वरैया चौक में ट्रैफिक पुलिस के कहीं पर भी कोई जवान देखने को नहीं मिलेगा, और यही कारण है कि इस चौक के आसपास अनगिनत में बेगुनाह (रफ्तार की कहर से) रोड एक्सीडेंट में अपनी बेसकीमती जान गवा चुके हैं, यहां तक पिछले कुछ सालों के मध्य जांजगीर चांपा जिला में जहां एक ओर सड़क हादसों में बेतहाशा वृद्धि हुई है, वहीं दूसरी ओर विभिन्न प्रकार के आपराधिक घटनाओं में रिकॉर्ड आंकड़े देखने को मिल रहे हैं, नगर के प्रमुख स्थानों पर ट्रैफिक सिग्नल तक यहां पर नहीं लगाया गया है, अव्यवस्था देखें तो इन दोनों स्थानों पर सुबह से रात तक जितनी भीड़ और अव्यवस्थित यातायात देखने को मिलता है,वह चंपा के किसी भी स्थान में नहीं होगा,

इसके उपरांत भी जिला प्रशासन के द्वारा जिस तरह से इन दोनों प्रमुख स्थानों को बेपरवाही के साथ छोड़ दिया गया है,उसकी बानगी इन दोनों चौकों पर देखी जा सकती है,यह चौक उन स्थानों पर व्यवस्थित है जहां दर्जनों के तादाद में क्लीनिक संचालित है, बस स्टैंड नगर पालिका सहित एक ट्रामा सेंटर व्यवस्थित होने के बाद भी इन चौक में ट्रैफिक के एक जवान तक को ड्यूटी पर नहीं लगाया जाना कई सवालों को जन्म देता है,अक्सर इन दोनों स्थानों पर दुर्घटनाओं का न्योता हर दिन होने के बाद भी जिला यातायात विभाग के द्वारा कोई सूध नहीं लेना लोगों के जीवन पर पहले से ही भारी है,वहीं तीज त्यौहार जैसे प्रमुख अवसरों पर ट्रैफिक जवानों को उपस्थित नहीं करना नगर के अव्यवस्थित यातायात सहित दुर्घटनाओं को निमंत्रण देने के बराबर कहा जा सकता है,

इन चौकों पर पहले से ही जिला प्रशासन के द्वारा जवानों को तैनात कर दिया जाना चाहिए था,लेकिन आज पर्यंत इन स्थानों पर जवानों का ड्यूटी नहीं लगाना लोगों के जान सहित सेहत पर भारी पड़ रहा है, यहां बताते चलें कि लायंस क्लब चौक आज से नहीं बल्कि सालों से डेंजर पॉइंट की संज्ञा से नवाजा जाता है, जहां कई क्लिनिक होने के नाते चांपा सहित आसपास के सैकड़ो ग्रामीण क्षेत्र से मरीज एवं उनके परिजन प्रत्येक दिवस सैकड़ो की तादाद में आते जाते हैं यही नहीं बल्कि नगर का एकमात्र शासकीय चिकित्सालय एवं अनेक विद्यालय संचालित हैं इसके बाद भी स्थिति के गंभीरता को प्रशासन के द्वारा नहीं समझ जाना जनता से खिलवाड़ किए जाने के बराबर समझा जा सकता है, रही बात जिला मुख्यालय की जहां कुछ ही स्थानों पर ट्रैफिक को संभालने के लिए जवान उपस्थित होते हैं, तो क्या कुछ जवानों को जिला उप मुख्यालय चांपा के डेंजर पॉइंट पर ड्यूटी लगाने पर निर्मित हो रहे हालात को नियंत्रित किया जा सकता है