मोटापा कम करने वाला एल्यूरियन कैप्सूल लॉन्च

मोटापा कम करने वाला एल्यूरियन कैप्सूल लॉन्च
मोटापा कम करने वाला एल्यूरियन कैप्सूल लॉन्च

मोटापा दूर करने में समर्पित कंपनी एल्यूरियन ने एक ऐसा कैप्सूल लाॅन्च किया है जो चार महीने में 10 से 15 प्रतिशत तक वजन घटा देता है। एल्यूरियन के संस्थापक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी शांतनु गौर ने मंगलवार को यहां संवाददाताओं को बताया कि इस कैप्सूल को निगलने के बाद हेल्थकेयर प्रोफेशनल उसमें पहले से लगे कैथेटर से 550 मिलीलीटर तरल पदार्थ के साथ इसे फुला देेते हैं।

इस प्रक्रिया में किसी तरह की सर्जरी, एंडोस्कोपी या एनेस्थेसिया की जरूरत नहीं होती। प्रक्रिया पूरी कर लेने के बाद यह देखने के लिए एक एक्सरा किया जाता है कि बैलून सही स्थिति में है या नहीं। पूरी प्रक्रिया 15 मिनट में पूरी कर ली जाती है।

प्लेसमेंट के बाद यह बैलून पेट भरा होने का अहसास दिलाता है और भोजन की इच्छा को कम करता है। यह भूख के अहसास को कम करता है और करीब चार महीने बाद स्वत: सिकुड़ जाता है और मल के साथ शरीर से बाहर निकल जाता है।

उन्होंने बताया कि यह कैप्सूल केन्द्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन से अनुमोदित है। मोटापा और वजन घटाने में कारगर यह कैप्सूल मधुमेह, बांझपन और हृदय रोग के उपचार में भी मददगार हो सकता है। उन्होंने कहा कि भारत में मोटापे से जुड़ी बीमारियां बढ़ रही हैं और मधुमेह, रक्तचाप, हृदय रोग आदि को नियंत्रित करने में यह सहायक हो सकता है।

एल्यूरियन के संस्थापक भागीदार एवं मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ राम चुट्टानी ने इस अवसर कहा कि अध्ययनों से एल्यूरियन प्रोग्राम के प्रभाव और सुरक्षा की पुष्टि हुई है। रोगियों को लगभग 16 हफ्तों में शरीर के वजन को औसतन 10 से 15 प्रतिशत कम करने में मदद मिली है।

डॉ गौर ने बताया कि यदि एक कैप्सूल लेने के बाद 10 से 15 प्रतिशत वजन कम हो जाने के बावजूद शरीर का वजन औसत स्तर तक न आये तो एक कैप्सूल और लिया जा सकता है।इससे करीब आठ महीने में शरीर का वजन औसत तक लाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि इस कैप्सूल के इस्तेमाल के बाद शरीर को कम खाने की आदत हो जाती है जिससे भविष्य में वजन से ज्यादा की आशंका बहुत कम रह जाती है।

उन्होंने बताया कि अभी दिल्ली में इसके लिए पांच क्लीनिक पर संबंधित स्टाफ को प्रशिक्षित कर दिया है और जल्द ही दिल्ली समेत अन्य स्थानों पर इसके इस्तेमाल की प्रक्रिया पूरी करने के लिए बड़ी संख्या में क्लीनिकों को चिह्नित करके वहां के स्टाफ को प्रशिक्षित कर दिया जायेगा।

शुभ संकेत इसकी पुष्टि नहीं करता । अपने नजदीकी डॉक्टर से सलाह जरूर लें ले।