जंगली हाथी ने 16 वर्षीय युवक को पटक पटक कर! ग्रामीण दहशत में है
कोरबा: पसान 6 सितंबर 2022 ( सेन्ट्रल छत्तीसगढ़ ) भारत सिंह टेकाम : कटघोरा वन मंडल के अंतर्गत आने वाले पसान वन परिक्षेत्र में 23 हाथियों का दल पिछले एक पखवाड़े से डेरा जमाए हुए हैं. यहां के गांव खमरिया से होते हुए हाथियों का दल वर्तमान में गांव लोकड़हा,सेन्हा के इर्द गिर्द मंडरा रहा है. हाथियों का यह दल दिन में जंगल में रहता है।हांथीयों द्वारा ग्रामीणों के घरों के साथ साथ खेत की फसलों को भी नुकसान पहुंचाया जा रहा हैं। इस समय पसान रेज में 20 दिनों में यह दूसरी घटना है जिसमें अड्सरा पंचायत के आश्रित मोहल्ला का रहने वाला सुखदेव पिता बुधसाय 16 वर्षीय अपने मित्रों के साथ सेन्हा जंगल मे हाथी देखने गया था। तभी एक हाथी पीछे से आ गया और सुखदेव को पटक पटक कर मार डाला।
मौत की खबर लगते ही वन विभाग हरकत में आया और पुलिस भी मोके में पहुच कर मृतक का पंचनामा किया और पोस्टमॉडम के लिए भेज दिया। घटना के बाद मोके में पसान रेजर धर्मेंद्र चौहान, जनप्रीतिनिधि प्रकाश चन्द जाखड़, सेन्हा सरपंच, पुटिपखना जनपद सदस्य गीता मार्को तथा लैंगा जनपद सदस्य प्रताप मरावी ने तात्कालिक सहायता राशि 25000 मृतक के परिवार वालों को उपलब्ध कराई ताकी उसका अंतिम संस्कार हो सके।
हाथियों ने बीती रात अड़सरा गांव के खडिय़ापारा में उत्पात मचाया। यहां तीन मकानों को क्षति पहुंचाने के साथ बाड़ी में लगी मकई की फसलों को रौंदकर तहस-नहस कर दिया। जिससे उन्हें काफी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा है। ग्रामीण का परिवार बेघर हो गया है। हाथियों का दल शाम ढलते ही गांव पहुंचा और उत्पात मचाना शुरू कर दिया। इस दौरान ग्रामीण व वन विभाग के कर्मचारी सीमित संसाधनों के साथ हाथियों को खदेडऩे में जुटे रहे। सुबह होते ही हाथियों के दल ने जंगल का रूख कर लिया। हाथियों का दल लोकड़हा, सेन्हा व बेलहिया के बीच पहुंच गया है। इधर कोरबा वन मंडल के बालको परिक्षेत्र में मौजूद पंद्रह हाथी डोंगाघाट पहुंच गये है। हाथियों ने यहां भी खेतों में पहुंचकर उत्पात मचाते हुए फसल को रौंद दिया है। जिससे चार किसान प्रभावित हुए है।
मई तक दर्ज हुए हैं 2500 से अधिक प्रकरण*
हाथियों का उत्पात कटघोरा वन मंडल में किस कदर जारी है. इसका अंदाजा वन विभाग से मिले आंकड़ों से लगाया जा सकता है. इस साल जनवरी से लेकर मार्च तक वन विभाग ने हाथियों के द्वारा जनहानि, फसल, मकान और अन्य संपत्तियों के नुकसान के लिए 2244 प्रकरण दर्ज किये हैं. जिसके एवज में ग्रामीणों को विभाग की ओर से 12 लाख रुपए का भुगतान किया गया है. इसी तरह अप्रैल से लेकर 10 मई तक की स्थिति में 279 प्रकरण और दर्ज किए गए. जिसके एवज में 2 लाख 46 हजार 953 रुपये की मुआवजा राशि ग्रामीणों को वितरित की गई है. इस दौरान हाथी के हमले से 7 लोगों की मौत भी हुई है.