वह क्या बात है,,,,सबसे ज्यादा शराब पीने वाले 10 राज्यों में छत्तीसगढ़ टॉपर,,, राज्य में 26 प्रतिशत से ज्यादा लोग प्रतिदिन शराब के आदि

वह क्या बात है,,,,सबसे ज्यादा शराब पीने वाले 10 राज्यों में छत्तीसगढ़ टॉपर,,,  राज्य में 26 प्रतिशत से ज्यादा लोग प्रतिदिन शराब के आदि

संवाददाता हरी देवांगन,,,,

जिला उपमुख्यालय चांपा,,,, हमारे आसपास सहित समाज में फैली हुई तमाम बुराइयों का यदि किसी को जिम्मेदार बताया या माना जाए तो उसकी सबसे बड़ी वजह शराब की गिनती को स्वीकार किया जा सकता है,आज यह शराब का नशा सामाजिक समस्या बनकर जन-जन सहित शासन प्रशासन के लिए गंभीर चुनौती साबित हो रहा है,इसके बाद भी शराबबंदी सहित शराब नियंत्रण पर कहीं पर कोई जोर नहीं है,यहां बताते चलें कि प्रदेश में प्रतिदिन 26 प्रतिशत से भी अधिक लोग शराब पीने के लत से अपना जीवन दांव पर लगाने के लिए शराब की बड़ी मात्रा का सेवन करते हैं,,,।

,,,,एक अनुमान के अनुसार छत्तीसगढ़ की जनसंख्या लगभग 3 करोड़ बताया जाता है,और शराब से संबंधित कई सर्वे रिपोर्ट को आधार बनाकर यह बात कहा जा सकता है,कि यहां के लगभग 26 प्रतिशत जनसंख्या प्रतिदिन शराब पीने का इस कदर आदी हो चले हैं,कि बिना शराब पिए दिनचर्या नहीं चलता, तमाम सर्वे रिपोर्ट तथा स्वास्थ्य संबंधी जागरूकता अभियान में शराब के सेवन को अती से अती जानलेवा श्रेणी में गिना जाता है, इस नशा के चलते मदिरा प्रेमियों के पारिवारिक जीवन स्तर जहां निम्न होता चला जाता है वही समाज में हर किस्म के अपराधों को जमकर बढ़ावा भी मिलता है,अनेकों सामाजिक संगठनों सहित स्वयं सेवी संगठनों के द्वारा लगातार जागरूकता अभियान चलाए जाने के बाद भी मदिरा सेवन सहित इसके नियंत्रण पर कहीं कोई सवाल नहीं आता, बल्कि यह मदिरा प्रेमियों का मासिक रिकॉर्ड दिन प्रतिदिन बढ़ता हुआ ग्राफ इस बात को साबित करता है कि सरेआम शराब का बिक्री इस समस्या को दिन दोगुनी और रात चौगुनी बढ़ते क्रम में चल ही जा रहा है, प्रदेश का कुछ जिले तो ऐसे हैं जहां पुरुषों के साथ ही महिलाओं के द्वारा चक्क कर शराब सेवन किया जाता है, बल्कि कई त्यौहार तो ऐसे हैं जब मदिरा प्रेमियों के द्वारा लंबी चौड़ी लाइन तक लगाकर शराब खरीदने के लिए मेला जैसे नजारा देखने को मिलता है इससे प्रदेश का मान बढ़ता नहीं है बल्कि घटने वाला है,,,,।

,,,,अनेकों डॉक्टरी रिपोर्ट से यह बात साफ जाहिर हो चुका है,कि शराब मदिरा प्रेमीयो के शरीर पर चौतरफ बुरा प्रभाव डालता है, जहां इस शराब के कारणों से कैंसर जैसे जानलेवा बीमारी की प्रबल संभावना बढ़ जाती है, वहीं किडनी, लीवर,दिल पर भी इसका बुरा असर होता है, इसके बाद भी लोगों के द्वारा मदिरा प्रेम एक गंभीर समस्या बनकर सामाजिक बुराई के रूप में उभर चुका है,जहां लोग बड़ी ही मुश्किल खून पसीना एक कर अपना रोजी-रोटी कमाते हैं वहीं दूसरी ओर उनके द्वारा सेहत सहित अपने परिवार के सुख सुविधा को ताक में रखकर जिस तरह से शराब का सेवन किया जाता है,वह परिवार के लिए एक गंभीर चुनौती साबित होता है, इसके बाद भी सरेआम सरकारी ठेकों पर शराब की बिक्री जन-जन के सेहत पर गंभीर दुष्प्रभाव का कारण बनता है,वैसे तो नशे के लिए कई प्रकार के साधन हमारे आसपास उपलब्ध होता है,लेकिन शराब को ज्यादातर लोगों के द्वारा पसंद किए जाने के कारणों से आज शराब पीने वालों की संख्या तमाम किस्म के नशा के मद्देनजर अधिक मात्रा में प्रयोग की जाने वाली नशे की सामग्री बन चुकी है,,,।