बिरला ग्रुप अल्ट्राटेक सीमेंट बैकुंठ पर चारागाह भूमि को हथियाने का लगा आरोप

बिरला ग्रुप अल्ट्राटेक सीमेंट बैकुंठ पर चारागाह भूमि को हथियाने का लगा आरोप

छत्तीसगढ़ स्टेट हेड धीरेंद्र जायसवाल

गोद ग्राम टंडवा को चार वर्षों से निर्यात कर देना किया बंद 

तिल्दा -नेवरा। रायपुर जिला तिल्दा नेवरा विकासखंड क्षेत्रांतर्गत वर्षों से संचालित हो रहे सिमेंट उद्योग पर उद्योग अधिनियम के विपरीत उद्योग संचालित करने एवं गोद ग्राम के शासकीय भूमि पर कब्जा किये जाने का आरोप लग रहा है । क्षेत्र में संचालित बिरला ग्रुप के सिमेंट उद्योग जो एक दशक पूर्व सेंचुरी सिमेंट उद्योग के नाम से जाना जाता था वह अब अल्ट्राटेक सीमेंट उद्योग से जाना जाता है , कथित उद्योग पर उद्योग अधिनियम के विपरीत उद्योग संचालन करने का आरोप लग रहा है , बैकुंठ क्षेत्र में संचालित अल्ट्राटेक सीमेंट उद्योग के प्रभावित ग्राम में विकास के नाम पर मूलभूत सुविधाओं का दरकार है, कहा जावे तो सी एस आर के तहत उद्योग अधिनियम के

 अनुसार गोद ग्रामो को जो सुविधाएं कथित उद्योग के मार्फत मिलनी चाहिए ,इन मूलभूत सुविधाओं से गोद ग्राम वंचित हैं ।वहीं पर चारागाह भूमि को भी बिड़ला समूह अट्राटेक उद्योग के द्वारा हथियाने का आरोप लग रहा है , कथित सिमेंट उद्योग का गोंद ग्राम ,टंडवा जो अभी भी उद्योग के साये में रहते हुए भी सुविधाओं का मोहताज है । मिली जानकारी के अनुसार प्रभावित ग्रामो को बतौर टैक्स इस उद्योग से जो करोड़ों रुपए हासिल होनी चाहिए ,उनसे गोद ग्राम अछूता है । बताया जा रहा है कि विगत चार वर्षों से गोद ग्राम टंडवा को नियमित: मिलने वाली निर्यात कर को अल्ट्राटेक सीमेंट प्रबंधन के द्वारा मनमानी पूर्वक बंद कर दिया गया है । जिससे गोद ग्राम का विकास कार्य अवरूद्ध हो गया है, इससे पंचायत क्षेत्र में आक्रोश व्याप्त है ।

वहीं कथित उद्योग के मुख्य द्वार के सामने का हिस्सा ग्राम पंचायत टंडवा का सीमा क्षेत्र है उस पर भी अल्ट्राटेक सीमेंट उद्योग प्रबंधन के द्वारा बलात कब्जा किया गया है । क्षेत्रवासियो का कहना है कि क्षेत्र विकास में भागीदारी का डीढोरा पीटने वाले अल्ट्राटेक सीमेंट उद्योग बैकुंठ का असल चेहरा कुछ और ही बंया कर रही है । गोद ग्रामो के शासकीय भूमि पर बलात कब्जा ,सी एस आर के तहत गोद ग्रामो के विकास कार्य में सहभागिता के विपरीत शोषण , उद्योग अधिनियम के तहत गोद ग्रामो को बतौर निर्यात कर जो टैक्स अदा करनी चाहिए ,उसे मनमानी पूर्वक बंद करना , उद्योग अधिनियम का खुला उलंघन करते हुए कथित उद्योग के असल चेहरा को दर्शा रहा है ।