चांपा के पुलिस स्मारक में मना पुलिस स्मृति दिवस, शहीद जवानों को अर्पित किया गया श्रद्धासुमन

चांपा के पुलिस स्मारक में मना पुलिस स्मृति दिवस, शहीद जवानों को अर्पित किया गया श्रद्धासुमन

रिपोर्टर रामखिलावन यादव कमरीद 

चांपा: एक संप्रभु राष्ट्र की आंतरिक कानून, सुरक्षा और शांति व्यवस्था को बनाए रखने में उस देश की पुलिस प्रशासन की अहम भूमिका और जिम्मेदारी होती है। भारतवर्ष में यह विश्वास पुलिस बल ने हमेशा क़ायम रखा है और निभाया भी है। 21 अक्टूबर का दिन पुलिस बल की उसी शौर्य, वीरता, कर्त्तव्यपरायणता और देशप्रेम के हौसले को नमन करने, वीर शहीदों को पुण्य स्मरण के लिए समर्पित करते हैं।

चांपा थाना निरीक्षक मनीष परिहार जीके नेतृत्व व हसदेव कम्युनिकेशन के राजीव मिश्रा के आव्हान पर नगर 1959पालिका अध्यक्ष जय थवाईत, भाजपा महामंत्री पुरूषोत्तम शर्मा की गरिमामयी उपस्थिति में नगरवासियों ने पूर्ण मनोभाव से पुष्पांजलि के माध्यम से नमन, श्रद्धांजलि अर्पित की। वर्ष 1959 में लद्दाख के हॉट स्प्रिंग क्षेत्र में सीमा सुरक्षा में तैनात 2 हवलदार, एक कमांडर को चीनी सैनिकों ने अगवा करने के बाद उनकी खोज में डीएसपी करण सिंह के साथ पुलिस जवानों को रवाना किया गया। पहाड़ की चोटी पर बैठे चीनी सैनिकों की गोलाबारी से 10 जवान शहीद हो गए और सात जवान घायल हो गए, जिन्हें चीनियों ने तीन हफ्ते बाद 13 नवंबर 1959 को केवल 10 शहीद जवानों के शव लौटाए। उनका पूरे पुलिस सम्मान के साथ लद्दाख में दाह संस्कार किया गया। देश के वीर शहीदों के बलिदान को अमिट बनाए रखने और 1960 में राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों के पुलिस प्रमुखों के वार्षिक सम्मेलन में 21 अक्टूबर को पुलिस स्मृति दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया गया।