नगर सरकार के शपथ बाद एक्शन मोड पर आने का इंतजार कर रहे नगर वासी,बड़ा सवाल उम्मीदों पर खरा होने का,,, विकास पर्व के लिए करना होगा गंभीर प्रयास

ब्यूरो चीफ हरि देवांगन
जिला उप मुख्यालय चांपा,, ऐतिहासिक काल के कोसा कांसा कंचन की नगरी में अंततः लंबे इंतजार के बाद कल पालिका क्षेत्र में नई सरकार के गठन के लिए निर्वाचित अध्यक्ष तथा पार्षदों के लिए गरिमा पूर्ण वातावरण में शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन किया गया, जिसमें अध्यक्ष एवं नवनिर्वाचित सदस्यों के साथ ही नगर के नागरिकों द्वारा शपथ ग्रहण में शिरकत किए जाने से यह कार्यक्रम सचमुच गौरव पल को समेटे हुए दिखाई दिया,पर बात यहीं पर नहीं रुकना चाहिए भारतीय जनता पार्टी समर्थित नई सरकार के लिए चांपा नगर के वास्ते करने के लिए बहुत कुछ प्रयास करना होगा और देखना होगा विकास पर्व को आगे प्रकाशित करने के लिए अध्यक्ष सहित उपाध्यक्ष एवं क्षेत्रीय पार्षद कितने सक्रिय और जागरूक नजर आते हैं, बताते चलें कि पालिका क्षेत्र में पिछले 10 सालों से कांग्रेस का शासन रहा है, जिसमें विकास क्या और कितना हुआ इसे बताने की यहां दरकार नहीं है,वह क्षेत्र के जनता के समक्ष जग जाहिर है, नगर विकास के नाम पर कथित जिम्मेदार लोगों के द्वारा केवल ठेकेदार बन कर कमीशनखोरी एवं भ्रष्टाचार के अतिरिक्त और कुछ किया गया होगा तो उसे उपलब्धि माना जा सकता है,पर उपलब्धि के नाम पर नगर विकास और भ्रष्टाचार तथा कमीशन का खेला अधिक दिखाई देता है, इन सब अव्यवस्थाओं से ऊपर उठकरअब नई सरकार के सर माथे पर कई महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां का बोझ है जिसे उन्हें अनुकरानी ढंग से पूरा करना होगा,वैसे भी भारतीय जनता पार्टी के द्वारा पालिका चुनाव में काफी कुछ वादों और इरादों का फेहरिस्त जारी किया गया था अब उन वादों और इरादों को पूरा करने का समय बस आ ही गया, जिसे लेकर नगर वासी उत्साहित है और प्रमुख चौक चौराहों पर बस यही बातें कहीं और सुनी जा रही है, कि पिछली सरकार की तरह वर्तमान भाजपा समर्थित नगर सरकार के द्वारा क्षेत्र में फैली हुई तमाम समस्याओंके निराकरण के लिए क्या और कितना कदम उठाया जाता है,यह कहना ना होगा कि क्षेत्र में कई गंभीर समस्याएं पसरी हुई है जिसे प्राथमिकता के साथ पूरा कर नगर विकास को अमली जामा बनाया जा सकता है, सर्वप्रथम बताते चलें चंपा विकास किसे कहते हैं इसकी जीता जागता सबूत देखने के लिए हसदेव नदी के घाट मेंजाकर देखा जा सकता है किस तरह से जिम्मेदारों ने
हसदेव नदी के छाती को छेद कर,कूरेदकर,छलनी कर, किस तरह से प्राकृतिक पर्यावरण का चीर हरण किया गया है,जिसमें जबरदस्त भ्रष्टाचार उजागर हो रहा है,आगे लिखे तो चहुं ओर गंदगी का बोलबाला है,सफाई कर्मचारी अपशिष्ट को अधूरा उठाकर चलते बनते हैं,पालिका कार्यालय में कर्मचारियों की मनमानी चरम पर है,सूचना के अधिकार आवेदन पर नियुक्त अधिकारी अथवा कर्मचारियों के द्वारा मनमाने शैली अपनाया जाता है, नगर में बिजली बाधित की समस्या परेशानियों के क्षितिज पर है,गली तथा चौक चौराहा में अंधेरा पसरा हुआ है, जन्म मृत्यु पंजीयन के लिए आडे तिरछे नियमों का संचालन किया जा रहा है, जल स्रोत सहित तालाबों में गंदगी का भरमार है, हसदेव नदी क्षेत्र में चारों तरफ अपार गंदगी का बोलबाला है,जैसे अनेक समस्याओं से नगर तथा क्षेत्रवासी लंबे समय से जूझ रहे हैं,अब नई सरकार गठन के बाद इन समस्याओं पर कितना ध्यान केंद्रित कर समाधान किया जाता है यह देखने वाली बात होगी,,,,।